Covid-19 Pandemic (कोविड-19 महामारी)
The whole world is currently fighting the Covid-19 epidemic. Governments, administrations and people are coming forward to help each other all over. To save people from this epidemic in India too, the Government of India declared a 21-day lockdown.
पूरी दुनिया इस समय कोविड-19 महामारी से लड़ रही है सरकारी प्रशासन और लोग एक दूसरे की मदद को आगे आ रहे हैं। भारत में भी इस महामारी से लोगों को बचाने के लिए सरकार ने 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित कर दिया है।
खुशहाली फाउंडेशन बिना किसी सरकारी सहायता के समाजिक परिवर्तन को समर्पित एक पजींकृत ट्रस्ट है। खुशहाली में हम मानते हैं कि हम सामाजिक कार्य नही
बल्कि अपनी सामाजिक जिम्मेदारी पूरी कर रहे हैं।
अपने आसपास के समाज को एक बेहतर रूप में बदलने में पूरे मन और सामथ्र्य से जुटना ही
हमारा उद्देष्य है।
हमारा ध्येय वाक्य है-
“समझदार बनें”
”जिम्मेदार बनें”
”भागीदार बनें”
खुशहाली फाउंडेशन की अनौपचारिक शुरुआत फरवरी, 2006, में बरेली जिले से फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष समीर मोहन जी द्वारा की गयी ।
फाउंडेशन तभी से ग्राम्या, अरन्या और इन्द्रधनुश जैसे प्रोजेक्ट्स के माध्यम से सामाजिक सरोकारों से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम चला रहा है।
इन प्रोजेक्ट्स में पूर्ण ग्राम विकास से लेकर पर्यावरण प्रकृति संरक्षण एवं संवर्धन तथा जरूरतमन्द बच्चों को जिंदगी में शिक्षा का उजियारा फैलाने के अनेक कार्यक्रम शामिल है।
खुशहाली फाउंडेशन एक क्षेत्र के समेकित विकास का प्रयास करता है। वहां की धरती, पर्यावरण, किसान, खेती, स्वास्थ्य, शिक्षा और जांगरूकता जैसे सारे आयामों पर एक साथ काम करने का प्रयास करते है।
खुशहाली की ये कोशिश रहती है कि अपने आस पास बिखरी पड़ी सैकड़ो समस्याओं के समाधान वैष्विक दृश्टि रखते हुये, परन्तु भारतीय विचार सिद्धान्त के माध्यम से निकाले जायें। इससे भी आगे बढ़कर जो समाधान लम्बे विचार विमर्श से उपजते हैं वो सिर्फ विचार तक ही न रह जायें, जमीनी स्तर पर भी उनका क्रियान्वन हो इस बात पर हमारा पूरा ध्यान रहता है।
खुशहाली के कार्यकर्ता समाज के सभी वर्गो से आते हैं और स्वैच्छिक रूप से अपनी सेवायें देते हैं। चाहे स्कूली बच्चे हों, या कालेज जाने वाले युवा, चाहे गृहणियां हो या कामकाजी महिलायें, चाहे नौकरी पेशा लोग हो या व्यापारी सभी वर्गो के लोग फाउंडेशन द्वारा चलाये जा रहे कार्यां में सक्रिय भागीदारी रखते हैं।
खुशहाली अपने नाम के अनुरूप समाज के वंचित एवं जरूरतमंद अन्तिम व्यक्ति के चेहरे पर खुषी लाने का प्रायास है और इस प्रयास में फाउंडेशन निरन्तर लगा हुआ है।
खुशहाली फाउंडेशन अपने महान समाज, अपनी प्यारी धरती माँ और सुन्दर पर्यावरण के
प्रति अपनी अप्रितम भक्ति रखने वाले सामान्यजनों का एक समूह है, जो क़ि भक्तिभाव से
समाज धरती और पर्यावरण की सेवा अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा लगाकर करना चाहता है और कर भी
रहा है । यह एक सुचिंतनशील लोगो का समूह है जो भारत की कथित विकास गाथा के विद्रूपों
को समझने और सुधारने की चेष्ठा में अपनी क्षमता भर अथक प्रयास कर रहा है ।
खुशहाली फाउंडेशन रचना धार्मियो के सामूहिक प्रयास का मंच है, जहा वे अपनी
क्षमताओं को मिलाकर एक वृह्द स्वप्न को पूरा करने में लगे है । आप और सभी का स्वप्न
है, अपने भारत के सामर्थय को एक नवीन
प्रकार से विकास के ऐसे पथ पर संयोजित करने का
जिसमे जड़ चेतन सभी के लिए उचित स्थान हो, परन्तु यह काम बिना सरकार की ओर देखे समाज
की भगवत्ता का आह्वान करते हुए हुये एव अपनी-अपनी सामर्थ्य के समर्पण का नियोजन करते
जाने से हो, यह स्वप्न हम सभी के सामूहिक प्रयास से यथार्थ में बदले, इसी के सक्रीय
स्वरूप को हम सभी खुशहाली फाउंडेशन के नाम से पुकारते है ।
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